टीसीएस (TCS) के एक कर्मचारी के 30 वर्षों सेवा के बाद जबरन अर्ली रिटायरमेंट पर जाने का दावा एक Reddit यूजर ने किया है, जो इस घटना को लेकर चर्चा में है। इस कर्मचारी को reportedly जून 2025 में एक मीटिंग में केवल 20 मिनट का समय दिया गया था कि वह या तो जल्दी सेवानिवृत्ति स्वीकार करें या नौकरी से निकाले जाने का सामना करें। इसके साथ ही कर्मचारी को न तो किसी प्रकार का सेवरेंस पे मिला और न ही कोई मुआवजा दिया ग
Reddit यूजर का दावा: “No Severance, No Compensation”
आईटी दिग्गज Tata Consultancy Services (TCS) पर गंभीर आरोप लगे हैं। Reddit पर एक यूजर ने दावा किया है कि उनके भाई, जिन्होंने लगभग 30 साल तक TCS में काम किया, उन्हें जून 2025 में मजबूरन अर्ली रिटायरमेंट लेने के लिए कहा गया।
👉 आरोप है कि कंपनी ने उन्हें न तो सेवरेन्स पे दिया और न ही कोई कम्पेन्सेशन।
“20 मिनट में फैसला लो – वरना टर्मिनेशन”
Reddit पोस्ट के अनुसार, कर्मचारी को सिर्फ 20 मिनट का समय दिया गया था – या तो रिटायरमेंट लो या टर्मिनेशन का सामना करो।
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उनकी असली रिटायरमेंट आयु 60 साल थी।
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वे सिर्फ 50 साल के हैं और अब नौकरी बाजार में उनके लिए विकल्प बहुत कम हैं।
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Reddit यूजर ने लिखा: “यह कंपनी की लॉयल्टी का सवाल नहीं है, बल्कि एक कर्मचारी को सम्मान और न्याय के बिना हटाने का मामला है।”
TCS का जवाब: आरोप झूठे
FinancialExpress ने जब इस मुद्दे पर TCS से प्रतिक्रिया मांगी तो कंपनी ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया।
👉 TCS का कहना है – “Reddit पर किया गया दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है।”
देशभर में विरोध प्रदर्शन
5 सितंबर 2025 को Noida और Kolkata में IT और ITeS कर्मचारियों ने TCS की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
👉 यह प्रदर्शन All India IT & ITeS Employees’ Union (AIITEU) ने आयोजित किया था।
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बैनर पर लिखा था: “TCS Stop Retrenchment”
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कई कर्मचारियों ने अपील की कि “Don’t Resign”।
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Reddit पर गुस्सा: “Save loyalty for family”
Reddit पर इस घटना ने बड़ी बहस छेड़ दी।
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एक यूजर ने लिखा: “भारत में यही हकीकत है, कंपनी से ज्यादा अपने परिवार के लिए वफादारी बचाकर रखो।”
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दूसरे ने सवाल किया: “क्या अर्ली रिटायरमेंट का मतलब है कि उन्हें पेंशन मिलेगी?”
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कुछ ने सुझाव दिया कि अगर टर्मिनेशन स्वीकार किया होता, तो सेवरेन्स पे और लीगल ऑप्शन मिल सकता था।
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कई लोगों ने कहा कि कानून के अनुसार कम से कम ग्रेच्युटी मिलनी चाहिए।
मामला क्यों है अहम?
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TCS हाल ही में अपने ग्लोबल वर्कफोर्स का लगभग 2% (12,000 कर्मचारी) कम करने का ऐलान कर चुका है।
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ऐसे में यह घटना कंपनी की HR पॉलिसीज और एम्प्लॉयी ट्रीटमेंट पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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