भारत बना एआई अपनाने में विश्व लीडर
Atlassian AI Collaboration Index 2025 के मुताबिक, भारत ने वर्कप्लेस AI (Artificial Intelligence) अपनाने में दुनिया को पीछे छोड़ दिया है। 2024 में 46% से बढ़कर 2025 में 77% पेशेवर अब AI का इस्तेमाल कर रहे हैं, यानी 30% की तेज़ छलांग। यह रिपोर्ट Atlassian की Teamwork Lab द्वारा तैयार की गई है, जिसमें दुनियाभर के 12,000 नॉलेज वर्कर्स (भारत से 2,000+) को शामिल किया गया। Atlassian Report
अमेरिका और यूरोप से आगे निकला भारत
भारत की एआई एडॉप्शन दर अमेरिका (59%), जर्मनी (54%), फ्रांस (47%) और ऑस्ट्रेलिया (45%) से कहीं ज्यादा है। केवल एडॉप्शन ही नहीं, बल्कि भारतीय प्रोफेशनल्स सबसे ज्यादा प्रोडक्टिविटी बूस्ट भी रिपोर्ट कर रहे हैं।
उत्पादकता और रोज़मर्रा का उपयोग
-
77% भारतीय प्रोफेशनल्स रोज़ाना एआई का इस्तेमाल करते हैं।
-
औसतन 33% उत्पादकता वृद्धि देखी गई है।
-
भारतीय कर्मचारी 1.3 घंटे रोज़ाना बचा रहे हैं, जबकि वैश्विक औसत 1 घंटे से कम है।
-
65% कर्मचारी मानते हैं कि उनके मैनेजर्स भी एआई का इस्तेमाल मॉडल करते हैं, जो 2024 में 48% था।
व्यक्तिगत लाभ से टीम इंपैक्ट तक
हालांकि भारतीय प्रोफेशनल्स व्यक्तिगत स्तर पर अधिक प्रभावी हो रहे हैं, लेकिन रिपोर्ट का कहना है कि ये लाभ अभी संगठनों की व्यापक उत्पादकता और नवाचार में पूरी तरह नहीं दिख रहे।
वैश्विक स्तर पर केवल 3% एग्ज़ीक्यूटिव्स मानते हैं कि एआई वास्तव में ट्रांसफॉर्मेशन ला रहा है।
भारत क्यों है सबसे आगे?
-
केवल 6% भारतीय प्रोफेशनल्स एआई छोड़ते हैं जब रिज़ल्ट उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता।
-
ज़्यादातर लोग प्रॉम्प्ट्स को रिफाइन (30%) या उदाहरण देकर (33%) आउटपुट बेहतर बनाते हैं।
-
86% कर्मचारी मानते हैं कि उनके लीडर्स उन्हें एआई के साथ प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं – अमेरिका (75%) और फ्रांस (66%) से आगे।
ये भी पढ़े – तिरुमला में देश का पहला AI इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर होगा लॉन्च…
एआई का अगला चरण
Atlassian की रिपोर्ट कहती है कि केवल व्यक्तिगत उत्पादकता पर फोकस करने से Fortune 500 कंपनियों को सालाना $98 बिलियन का नुकसान हो सकता है। Atlassian Report
समाधान:
-
Connected Knowledge Bases बनाना
-
Cross-team Coordination Frameworks लागू करना
-
लीडर्स को एआई मॉडल करना और सुरक्षित प्रयोग संस्कृति बनाना
Leave a Reply