History Of Gold: क्या आप जानते हैं कि सोना धरती की पैदाइश नहीं है? वैज्ञानिकों के मुताबिक, सोने का जन्म सुपरनोवा विस्फोटों (मृत तारों के महाविस्फोट) में हुआ। करीब 4 अरब साल पहले, जब अंतरिक्ष से उल्कापिंडों की बारिश हुई, तब सोना धरती पर पहुंचा।
-
इन उल्कापिंडों के जरिए सोना हमारी पृथ्वी की ऊपरी परतों (क्रस्ट और मेंटल) तक पहुंच गया।
-
यही वजह है कि आज हमें सोना खदानों में मिलता है।
भूकंप और ज्वालामुखी जैसी घटनाएं भी सोने को चट्टानों पर जमाने में अहम भूमिका निभाती हैं।
इंसानों ने पहली बार सोने की चमक कब देखी?
सोने की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह कभी जंग नहीं खाता और इसकी चमक हमेशा बरकरार रहती है।
-
पुरातत्वविद बताते हैं कि इंसान करीब 6,000 साल पहले से सोने का इस्तेमाल कर रहा है।
-
मिस्र की सभ्यता ने इसे गहनों और धार्मिक प्रतीकों के रूप में अपनाया।
-
सिंधु घाटी सभ्यता में भी सोने के मनके और आभूषण मिले हैं।
-
वेदों और पुराणों में सोने को ‘हिरण्य’ कहा गया है और इसे समृद्धि व पवित्रता का प्रतीक माना गया है।
ताकत और व्यापार का प्रतीक बना सोना
धीरे-धीरे सोना सिर्फ गहनों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह व्यापार और साम्राज्यों की ताकत का प्रतीक बन गया।
-
600 ईसा पूर्व में तुर्की के लिडिया साम्राज्य ने सबसे पहले सोने के सिक्के बनाए।
-
रोम, चीन और भारत जैसी सभ्यताओं ने इसे अपनी ताकत की निशानी बना लिया।
-
मध्ययुग में यूरोपीय देशों ने अमेरिका जैसे महाद्वीपों की खोज भी सोना पाने की लालसा में की। (History Of Gold)
Also Read- Dussehra Viral Video: रावण का दर्द सुनकर चौंके लोग, बोले – “बात तो सही है!” | देखें वीडियो
आज भी क्यों नहीं घटी सोने की कीमत की चमक?
भले ही आज डिजिटल करेंसी और स्टॉक मार्केट मौजूद हैं, लेकिन सोना अब भी सेफ हेवन इन्वेस्टमेंट यानी सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है।
-
आर्थिक संकट आने पर लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं।
-
इसकी मांग बढ़ते ही कीमतें आसमान छूने लगती हैं।
-
भारत समेत दुनिया के कई देशों के केंद्रीय बैंक सोना जमा कर रहे हैं ताकि डॉलर पर निर्भरता घटाई जा सके।
Leave a Reply