पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) क्या है?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी PPF भारत सरकार की एक सुरक्षित और दीर्घकालिक बचत योजना है, जिसे वित्त मंत्रालय द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
यह स्कीम निवेशकों को न केवल स्थिर ब्याज दर देती है बल्कि टैक्स छूट का लाभ भी प्रदान करती है।
🏦 वर्तमान में PPF पर 7.1% सालाना ब्याज दर लागू है।
निवेश की शर्तें और लिमिट
PPF खाते में निवेश करते समय कुछ मुख्य नियमों का पालन करना आवश्यक है:
-
न्यूनतम निवेश: ₹500 प्रति वर्ष
-
अधिकतम निवेश: ₹1.5 लाख प्रति वर्ष
-
निवेश का तरीका: एकमुश्त या अधिकतम 12 किस्तों में
-
न्यूनतम मासिक किस्त: ₹50
आप चाहें तो बैंक या पोस्ट ऑफिस — दोनों जगह से यह खाता खुलवा सकते हैं।
कब होता है मैच्योर PPF खाता?
PPF अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि 15 साल की होती है।
हालांकि, निवेशक चाहें तो इसे 5-5 साल के ब्लॉक में आगे भी बढ़ा सकते हैं।
₹2500 मासिक निवेश पर कितना मिलेगा रिटर्न?
अगर आप हर महीने ₹2500 PPF खाते में निवेश करते हैं, तो सालाना निवेश होगा ₹30,000।
15 साल तक लगातार निवेश करने पर कुल आंकड़ा कुछ इस प्रकार रहेगा:
| विवरण | राशि (₹) |
|---|---|
| कुल निवेश | 4,50,000 |
| कुल ब्याज | 3,63,642 |
| मैच्योरिटी राशि | 8,13,642 |
💡 यानि, 15 साल बाद आपका पैसा लगभग दोगुना से भी ज्यादा हो जाएगा — वह भी पूरी तरह सुरक्षित निवेश में।
ये भी पढ़े – Investment Opportunities: शेयर बाजार में इस हफ्ते पैसों की बरसात! 7 IPOs से जुटेंगे 11 हजार करोड़, निवेशकों की होगी बल्ले-बल्ले…
लोन और आंशिक निकासी की सुविधा
PPF खाते की एक बड़ी खासियत यह है कि इसमें लोन सुविधा भी दी जाती है।
-
अगर आप 1 साल में ₹500 भी जमा नहीं करते हैं, तो खाता निष्क्रिय हो जाता है।
इसे जुर्माना भरकर दोबारा एक्टिव किया जा सकता है। -
5 साल के बाद आप कुछ शर्तों के तहत पैसा निकाल सकते हैं — जैसे:
-
गंभीर बीमारी का इलाज
-
बच्चों की उच्च शिक्षा
-
🔒 PPF एक सरकारी योजना है, इसलिए इसमें निवेश पूरी तरह सुरक्षित और टैक्स-फ्री रहता है।















Leave a Reply