Kartik Month 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2025 में कार्तिक मास 8 अक्टूबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक रहेगा। इसे सबसे पवित्र और पुण्यदायक महीना माना जाता है। इस माह में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, तुलसी और भगवान शंकर की उपासना का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस महीने में किया गया स्नान, दान, व्रत और पूजा अक्षय फल देने वाला होता है। लेकिन शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि अगर इस पवित्र माह में कुछ गलतियां हो जाएं, तो इसका उल्टा असर पड़ सकता है और घर से सुख-समृद्धि छीन सकती है।
कार्तिक मास में भूलकर भी न करें ये काम
1️⃣ तामसिक भोजन का सेवन न करें
कार्तिक मास में मांस, मछली, अंडा, शराब और धूम्रपान पूरी तरह से वर्जित हैं।
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प्याज और लहसुन जैसे तामसिक पदार्थों से भी परहेज करें।
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ऐसा करने से मन और शरीर की शुद्धता भंग होती है और पूजा का फल नहीं मिलता।
2️⃣ शरीर पर तेल लगाने से बचें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूरे कार्तिक मास में शरीर पर तेल लगाना वर्जित है।
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केवल कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी (नरक चतुर्दशी) को तेल लगाने की अनुमति है।
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अन्य दिनों में तेल लगाने से पूजा-पाठ का फल कम होता है।
3️⃣ बाल और नाखून काटने से बचें
कार्तिक मास को संयम और तप का महीना माना जाता है।
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इस दौरान बाल और नाखून न काटें।
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ऐसा करने से पूजा-पाठ का फल कम हो सकता है और घर में शुभता पर असर पड़ सकता है।
4️⃣ भूमि शयन करें और दोपहर में न सोएं
इस महीने में बिस्तर पर सोने की बजाय भूमि शयन (जमीन पर सोना) किया जाना चाहिए।
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दोपहर में सोना भी वर्जित माना गया है।
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इस समय का अधिकतम उपयोग पूजा, जप और ध्यान में करना चाहिए। (Kartik Month 2025)
5️⃣ दूसरों की निंदा और झगड़े से बचें
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कार्तिक मास में क्रोध, झगड़ा और अपशब्दों का प्रयोग न करें।
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मन को शांत और पवित्र रखें।
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इस समय परोपकार करना और स्त्री-गुरु का सम्मान करना बहुत शुभ माना गया है।
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