Income Tax Refund Delay 2025: अगर आपने समय पर इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल किया है लेकिन अब तक आपका रिफंड बैंक अकाउंट में नहीं आया, तो आप अकेले नहीं हैं। नवंबर 2025 तक लाखों टैक्सपेयर्स ऐसी ही परेशानी का सामना कर रहे हैं — “Processed but not credited”, “Refund Failed” या “No Refund till Verification” जैसे स्टेटस के साथ। आइए जानते हैं कि आखिर Income Tax Refund Delay के पीछे असली वजह क्या है और इसे कैसे सुलझाया जा सकता है।
आंकड़ों में जानिए – कितने रिफंड अटके हैं
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के अनुसार, आकलन वर्ष 2025-26 (AY 2025-26) के लिए 8.05 करोड़ से अधिक ITR फाइल किए गए हैं। इनमें से करीब 87% रिटर्न प्रोसेस हो चुके हैं, लेकिन लगभग 1.30 करोड़ रिटर्न अभी भी पेंडिंग हैं।
इसके अलावा 32 लाख टैक्स रिटर्न e-Verification के इंतजार में हैं।
बेंगलुरु स्थित Centralised Processing Centre (CPC) पर काम का दबाव काफी बढ़ गया है। सिस्टम लोड और मैनुअल वेरिफिकेशन के कारण रिफंड प्रोसेसिंग रफ्तार धीमी हो गई है।
इन कारणों से हो रही है 2025 में रिफंड में देरी
1. 🔍 कड़ी जांच और सख्त वेरिफिकेशन सिस्टम
2025 में Income Tax Department ने रिफंड वेलिडेशन फिल्टर्स को और सख्त कर दिया है। ₹1 लाख से अधिक के रिफंड मामलों की मैनुअल जांच की जा रही है।
अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच पर्सनल इनकम टैक्स रिफंड में लगभग 48% की गिरावट आई है — 2024 में ₹1.21 लाख करोड़ से घटकर ₹62,359 करोड़ रह गया।
2. 🧾 कॉम्प्लेक्स ITR और मैनुअल वेरिफिकेशन
जिन रिटर्न में बिज़नेस इनकम, कैपिटल गेन या फॉरेन इनकम शामिल है, उनकी जांच में अधिक समय लग रहा है। ऐसे मामलों में मैनुअल स्क्रूटनी जरूरी होती है, जिससे रिफंड प्रक्रिया धीमी होती है।
3. 🧮 डेटा मिसमैच और गलत जानकारी
कई मामलों में Form 26AS, AIS या TIS के आंकड़े ITR से मेल नहीं खाते।
सबसे आम समस्याएं हैं —
-
TDS mismatch (Employer/Bank और ITR के बीच)
-
PAN-Aadhaar linking error
-
Incorrect bank account details
-
Previous year income discrepancies
इन गड़बड़ियों के चलते रिफंड अपने-आप होल्ड पर चला जाता है।
4. 🕒 Tax Audit Return Filing की देरी
2025 में Tax Audit की आखिरी तारीख 10 दिसंबर तय की गई है। ऑडिट केस अधिक जटिल होते हैं, जिससे प्रोसेसिंग बैकलॉग बढ़ रहा है और सामान्य रिफंड भी लेट हो रहे हैं।
5. ⚙️ Portal और System Upgradation
Income Tax Portal में नई सिक्योरिटी और Fraud Detection Features जोड़े गए हैं। इन अपग्रेड्स के चलते सिस्टम ट्रांज़िशन में अस्थायी देरी हो रही है।
6. 💳 TDS/TCS Correction Rule 2025
1 अप्रैल 2025 से Section 297(3)(f) के तहत TDS/TCS सुधार के लिए 2 साल की सीमा तय कर दी गई है।
कई मामलों में गलत PAN या टैक्स अमाउंट सुधारने में देरी के कारण रिफंड अटक गए हैं।
7. 💰 Government Liquidity Management
कभी-कभी सरकार के कैश फ्लो एडजस्टमेंट की वजह से बड़े पैमाने पर रिफंड वितरण कुछ समय के लिए रोका जाता है। हालांकि ये देरी अस्थायी होती है।
8. 🧾 Taxpayer द्वारा e-Verification में देरी
कई टैक्सपेयर्स समय पर ITR e-Verify नहीं करते, जिससे प्रोसेसिंग शुरू ही नहीं हो पाती।
E-verification के बिना रिफंड प्रक्रिया “pending” स्टेटस में रहती है।
कब तक मिलेगा आपका रिफंड? (Expected Processing Time)
| रिटर्न टाइप | अनुमानित रिफंड समय |
|---|---|
| ITR-1 / ITR-2 (सैलरी बेस्ड) | e-Verification के बाद 2–3 हफ्ते |
| बिज़नेस / मल्टीपल इनकम रिटर्न | 4–8 हफ्ते या अधिक |
| Tax Audit / Foreign Income केस | 60 दिन या उससे ज्यादा |
रिफंड देरी से बचने के उपाय
-
PAN को Aadhaar से लिंक करें और दोनों को सक्रिय रखें।
-
e-Filing Portal पर Bank Account Validate करें।
-
ITR फाइल करने से पहले Form 26AS और AIS मिलान करें।
-
ITR फाइल करने के 24–48 घंटे के भीतर e-Verify करें।
-
पिछली बकाया टैक्स देनदारियों को चेक करें।
-
जटिल या ऑडिट केस जल्दी फाइल करें ताकि बैकलॉग से बचा जा सके।
अगर e-Verification के 60 दिन बाद भी रिफंड नहीं मिला, तो e-Filing Portal पर Grievance Raise करें या CPC हेल्पलाइन से संपर्क करें।
ये भी पढ़े – UIDAI ने लॉन्च किया ‘Aadhaar Vision 2032’: अब और भी स्मार्ट, सुरक्षित और ग्लोबल होगा आधार कार्ड सिस्टम…
रिफंड में देरी पर ब्याज मिलेगा (Section 244A)
अगर आपने समय पर ITR फाइल किया है, तो रिफंड में देरी होने पर आपको 0.5% प्रति माह (6% प्रति वर्ष) की दर से ब्याज मिलेगा।
यह ब्याज अपने आप रिफंड राशि में जुड़ जाता है, हालांकि यह Taxable Income माना जाता है।














Leave a Reply