सोने-चांदी के भाव में गिरावट, निवेशकों में बढ़ी उत्सुकता (Gold-Silver Price Drop in India)
भारतीय सर्राफा बाजार में इन दिनों सोने और चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और घरेलू मांग में बदलाव के चलते सोने-चांदी के भाव में लगातार हलचल बनी हुई है।
रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद अब कीमतों में गिरावट आई है, जिससे निवेशक यह सोच रहे हैं — क्या अब सोना खरीदने का सही समय है?
आज के सोना-चांदी के रेट (Gold and Silver Price Today in India)
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, आज (2 नवंबर 2025) सोने और चांदी के दाम इस प्रकार हैं –
| धातु | कैरेट | 10 ग्राम / 1 किलो का भाव |
|---|---|---|
| सोना | 24 कैरेट | ₹1,20,770 प्रति 10 ग्राम |
| सोना | 22 कैरेट | ₹1,10,630 प्रति 10 ग्राम |
| चांदी | 999 शुद्ध | ₹1,49,125 प्रति किलोग्राम |
पिछले हफ्तों में आई तेज गिरावट (Recent Price Decline in Gold & Silver)
पिछले कुछ हफ्तों में सोना और चांदी दोनों के दामों में काफी गिरावट देखी गई है।
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सोना अपने रिकॉर्ड हाई से ₹10,000 प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया है।
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वहीं, चांदी की कीमतों में ₹25,000 प्रति किलो से अधिक की गिरावट आई है।
यह गिरावट न केवल उपभोक्ताओं बल्कि निवेशकों के लिए भी राहत लेकर आई है।
गिरावट के मुख्य कारण (Reasons Behind Gold-Silver Price Drop)
सोने और चांदी की कीमतों पर कई वैश्विक और स्थानीय कारक असर डालते हैं:
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अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दबाव – ग्लोबल गोल्ड मार्केट में कमजोरी देखने को मिल रही है।
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अमेरिकी डॉलर की मजबूती – डॉलर के मजबूत होने से सोना विदेशी निवेशकों के लिए महंगा हो जाता है।
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यूएस फेड की ब्याज दर नीति – ब्याज दरों को स्थिर रखने के संकेतों से सोने की मांग में कमी आई है।
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निवेशकों की मुनाफावसूली – रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद निवेशकों ने बड़े पैमाने पर बिकवाली की, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ा।
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क्या यह खरीदने का सही समय है? (Is It the Right Time to Buy Gold & Silver?)
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा स्तरों पर सोने और चांदी की खरीदारी लंबी अवधि के निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
कीमतें अपने रिकॉर्ड हाई से काफी नीचे हैं, इसलिए यह दीर्घकालिक निवेश (long-term investment) के लिए एक आकर्षक मौका हो सकता है।
हालांकि, कम अवधि (short-term) में वैश्विक आर्थिक संकेतों और डॉलर की मजबूती पर नजर रखना जरूरी रहेगा।














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