Gold Rate: आने वाले हफ्ते में सोने की कीमतों में तेजी जारी रहने के आसार हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ढीली मौद्रिक नीतियां, एशिया में त्योहारों की बढ़ती मांग, केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीद और भू-राजनीतिक तनाव सोने की कीमतों को मजबूती देंगे।
अमेरिकी और वैश्विक वार्ताएं तय करेंगी रुख
विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों की नजर भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता और अमेरिका-चीन बातचीत पर रहेगी। इनसे निकलने वाले संकेत सोने के दामों की दिशा तय करेंगे।
अमेरिकी आंकड़ों का असर
सोने की कीमतों पर बड़ा असर अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से होगा। इसमें मकान से जुड़े नए डेटा, व्यक्तिगत उपभोग खर्च और उपभोक्ता भरोसा जैसे फैक्टर शामिल हैं। अगर आंकड़े कमजोर रहे, तो निवेशक सोने को सुरक्षित ठिकाना मानकर खरीदारी बढ़ा सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के जिंस एवं मुद्रा शोध उपाध्यक्ष प्रणव मेर का कहना है कि त्योहारी मांग सोने की मजबूती का बड़ा कारण बनेगी।
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ईटीएफ और केंद्रीय बैंकों की ओर से लगातार खरीदारी भी कीमतों को सहारा देगी।
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हालांकि, ऊंचे स्तरों पर निवेशकों की नई खरीद थोड़ी सुस्त हो सकती है।
घरेलू बाजार में सोने की चाल
पिछले हफ्ते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अक्टूबर डिलीवरी वाला सोना करीब 1.5% चढ़कर ₹1,09,900 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। हफ्ते के बीच में गिरावट आई थी, लेकिन अंत में मजबूती लौटी। इसका कारण अमेरिकी महंगाई और रोजगार आंकड़ों पर बाजार की उम्मीदें रहीं। (Gold Rate)
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अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोना रिकॉर्ड पर रहा।
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बुधवार को सोना $3,744 प्रति औंस के ऑल-टाइम हाई पर पहुंचा।
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हालांकि शनिवार को यह थोड़ा फिसलकर $3,705.80 प्रति औंस पर बंद हुआ।
आगे का अनुमान
विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारों की मांग और वैश्विक अनिश्चितताएं सोने को और चमकदार बनाए रखेंगी।
निवेशक इसे सुरक्षित निवेश मानकर खरीदारी जारी रख सकते हैं।
अगले हफ्ते भी सोने में मजबूती देखने की संभावना है।
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