DAX इंडेक्स में गिरावट, महंगाई और कमजोर भरोसे से बाजार दबाव में
जर्मनी के प्रमुख स्टॉक इंडेक्स DAX में मंगलवार को 0.62% की गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट तब आई जब सितंबर महीने में देश की महंगाई दर बढ़कर 2.4% हो गई — जो अगस्त में 2.2% थी। बढ़ती सर्विस कॉस्ट और ऊर्जा की कीमतों में स्थिरता ने घरेलू बजट पर असर डाला, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ी।
महंगाई बढ़ी, सर्विस कॉस्ट ने बढ़ाया दबाव
सितंबर में जर्मनी की मुद्रास्फीति दर में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली। ऊर्जा कीमतों में गिरावट की रफ्तार धीमी पड़ी है, जबकि सर्विस सेक्टर में लागत बढ़ रही है। इससे उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ा और बाजार का मूड कमजोर हुआ।
ZEW सर्वे ने तोड़ी उम्मीदें, भरोसे में मामूली सुधार
हालिया ZEW इकोनॉमिक सेंटिमेंट सर्वे के अनुसार, अक्टूबर में निवेशक भरोसा बढ़कर 39.3 अंक पर पहुंचा — लेकिन यह अब भी विश्लेषकों की उम्मीदों से कम रहा। वहीं, करेंट कंडीशन इंडेक्स -80 पर पहुंच गया, जो आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता दिखाता है।
यूरोजोन स्तर पर भी सेंटिमेंट 22.7 अंक पर रहा, जो अपेक्षाओं से नीचे है। यह संकेत है कि यूरोप में निवेशक अब भी सतर्क हैं।
कंपनियों की स्थिति: Zalando ने बढ़ाया उत्साह, Continental फिसला
बाजार की गिरावट के बावजूद, Zalando के शेयरों में 1.43% की बढ़त देखने को मिली, जब विश्लेषकों ने कंपनी के आउटलुक को सकारात्मक बताया।
दूसरी ओर, Continental के शेयर 4.3% गिर गए, क्योंकि इसके प्रतिस्पर्धी Michelin ने उत्तरी अमेरिका में कमजोरी की रिपोर्ट दी।
बाजार विश्लेषण: उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना
महंगाई और कमजोर भरोसे के बीच निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। रिटेल और ऑटो सेक्टर जैसे साइक्लिकल उद्योगों में अनिश्चितता बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सरकारी खर्च और वैश्विक परिस्थितियाँ स्थिर हुईं, तो यूरोप की अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना बनी हुई है।
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यूरोप की अर्थव्यवस्था पर नजर: आगे का रास्ता महंगाई तय करेगी
जर्मनी में बढ़ती महंगाई और कमजोर सेंटिमेंट यूरोजोन के लिए चुनौतीपूर्ण संकेत दे रहे हैं। जैसे-जैसे ऊर्जा राहत खत्म होती जा रही है और सेवाओं की लागत बढ़ रही है, उपभोक्ताओं और कारोबारियों के लिए हालात कठिन हो सकते हैं। आने वाले महीनों में यूरोप की आर्थिक दिशा काफी हद तक नीतिगत फैसलों और वैश्विक रुझानों पर निर्भर करेगी।
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