Cipla ने तोड़े सारे रिकॉर्ड | रिकॉर्ड तोड़ ₹7,500+ करोड़ की कमाई
भारत की अग्रणी फार्मा कंपनी Cipla Ltd ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में अब तक की सबसे ज्यादा तिमाही आय दर्ज की है। कंपनी का रेवेन्यू ₹7,500 करोड़ से पार पहुंच गया, जो अनुमान से काफी बेहतर रहा। यह प्रदर्शन मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी दवाओं की बढ़ती मांग और क्रॉनिक पोर्टफोलियो के विस्तार के कारण संभव हुआ है।
कंपनी ने बताया कि भारत के क्रॉनिक मार्केट में वह दूसरे स्थान पर बनी हुई है। वर्तमान में क्रॉनिक थैरेपीज़ का योगदान 61.8% तक पहुंच चुका है।
रेस्पिरेटरी सेगमेंट में Cipla की बादशाहत बरकरार
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Cipla भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी है वॉल्यूम के हिसाब से। 
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पिछले एक साल में कंपनी ने चार नए ब्रांड्स जोड़े, जिनकी सालाना कमाई ₹100 करोड़ से अधिक है। 
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अमेरिका में Albuterol Inhaler के साथ Cipla की पकड़ और मजबूत हुई है — कंपनी का मार्केट शेयर 22% है और अब तक 50 मिलियन से ज्यादा यूनिट्स सप्लाई हो चुकी हैं। 
अमेरिका में भी बढ़ा Cipla का दबदबा | बायोसिमिलर और पेप्टाइड सेगमेंट में नई ऊंचाइयां
Cipla ने पेप्टाइड और बायोसिमिलर पोर्टफोलियो में भी मजबूत प्रगति दर्ज की है।
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Lanreotide की मार्केट शेयर बढ़कर 22% तक पहुंच गई है। 
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साथ ही कंपनी ने अमेरिका में अपना पहला बायोसिमिलर Filgrastim लॉन्च किया है। 
2026 तक 4 बड़े रेस्पिरेटरी लॉन्च की तैयारी | भविष्य की ग्रोथ स्ट्रैटेजी
Cipla ने घोषणा की है कि वह 2026 तक 4 बड़े रेस्पिरेटरी प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगी।
इनमें सबसे अहम gAdvair है, जिसका लॉन्च FY26 की चौथी तिमाही में किया जाएगा।
इसके अलावा कंपनी तीन पेप्टाइड प्रोडक्ट्स (जिनमें Liraglutide शामिल है) पर भी काम कर रही है। खास बात यह है कि इन 4 में से 3 रेस्पिरेटरी प्रोडक्ट्स अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स से फाइल किए गए हैं, जिससे कंपनी के लॉन्च प्रोसेस और ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन में तेजी आएगी।
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नई लॉन्च और मैन्युफैक्चरिंग में बड़ी सफलता
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Cipla ने इस तिमाही में 6 नए प्रोडक्ट्स लॉन्च किए, जिनमें Orthocare सेगमेंट में एंट्री भी शामिल है। 
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अब कंपनी के पास 2 ब्रांड्स हैं जिनकी वार्षिक कमाई ₹100 करोड़ से अधिक है, और 5 ब्रांड्स ₹50–100 करोड़ के दायरे में हैं। 
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कंपनी की Bommasandra (बेंगलुरु) यूनिट को USFDA ने VAI (Voluntary Action Indicated) कैटेगरी में रखा है — यह अमेरिका में नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करने के लिए बड़ा रेगुलेटरी माइलस्टोन है। 
Cipla का फोकस: रेस्पिरेटरी और क्रॉनिक पोर्टफोलियो से बढ़ेगा मुनाफा
Cipla का लक्ष्य अगले दो वर्षों में अपने रेस्पिरेटरी पोर्टफोलियो को वैश्विक स्तर पर और मजबूत करना है।
मजबूत अमेरिकी उपस्थिति, लगातार बढ़ते क्रॉनिक सेगमेंट और नए इनोवेटिव लॉन्च के चलते कंपनी का ग्रोथ ट्रैक FY26 तक जारी रहने की उम्मीद है।














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