केरल के कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (MCH) से एक और मरीज के ठीक होने की खबर आई है। यह मरीज अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (Amoebic Meningoencephalitis) से जूझ रही थी। हाल ही में उनके बॉडी फ्लुइड सैंपल लगातार दो बार नेगेटिव पाए गए, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें रिकवर घोषित किया।
अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस क्या है?
अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस दिमाग को प्रभावित करने वाला एक दुर्लभ लेकिन जानलेवा संक्रमण है। यह संक्रमण फ्री-लिविंग अमीबा (free-living amoeba) के कारण होता है, जो आमतौर पर तालाब, झील और नदियों के मीठे पानी में पाए जाते हैं।
अब तक कितने मरीज ठीक हुए और कितनी मौतें हुईं?
👉 हाल ही में ठीक हुई मरीज के साथ ही केरल में कुल चार लोग संक्रमण से पूरी तरह रिकवर कर चुके हैं।
👉 इन रिकवर हुए मरीजों में दो बच्चे भी शामिल हैं।
👉 वर्तमान में कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में 9 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि एक मरीज प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है।
👉 14 अगस्त से अब तक कम से कम 6 लोगों की मौत इस संक्रमण से हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी
बार-बार सामने आ रहे मामलों ने केरल में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण रोकने के लिए सतर्कता और शुरुआती पहचान बेहद जरूरी है।
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बचाव ही है सबसे बड़ा उपाय
डॉक्टरों का कहना है कि –
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मीठे पानी की झीलों और तालाबों में तैरने से बचें।
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स्वच्छ पेयजल का ही उपयोग करें।
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किसी भी असामान्य लक्षण (जैसे तेज सिरदर्द, उल्टी, गर्दन अकड़ना) दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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