Shakun Shastra: अक्सर ऐसा होता है कि जब हम किसी जरूरी काम के लिए घर से निकलते हैं, तभी रास्ते में अर्थी या शवयात्रा दिखाई दे जाती है। ऐसे में मन में सवाल उठता है — क्या यह शुभ संकेत है या अशुभ? क्या इससे हमारे काम पर असर पड़ेगा? इस तरह की मान्यताओं का जवाब ज्योतिष के शकुन शास्त्र (Shakun Shastra) में विस्तार से बताया गया है। आइए जानते हैं क्या कहता है शकुन शास्त्र जब घर से निकलते वक्त अर्थी दिखाई दे।
शकुन शास्त्र के अनुसार अर्थी दिखना शुभ संकेत है
- शकुन शास्त्र के मुताबिक, रास्ते में अर्थी या शवयात्रा दिखना अशुभ नहीं, बल्कि शुभ संकेत माना गया है।
- यह इस बात का प्रतीक है कि आपका काम सफल होगा और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आने वाले हैं।
- अगर आप पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की ओर जा रहे हों और अर्थी दिखाई दे, तो इसे नए आरंभ का संकेत माना जाता है।
- वहीं अगर अर्थी दक्षिण दिशा की ओर जा रही हो, तो श्रद्धापूर्वक “राम नाम सत्य है” कहकर मौन श्रद्धांजलि देना शुभ होता है।
- एक धार्मिक कथा के अनुसार, भगवान शिव की बारात निकलने से पहले भी एक अर्थी निकली थी, इसलिए शास्त्रों में इसे शुभ शकुन माना गया है।
अर्थी दिख जाए तो क्या करें?
अगर घर से निकलते वक्त अर्थी दिखाई दे तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय कुछ शुभ कार्य करने चाहिए:
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कुछ पल रुककर ईश्वर का स्मरण करें और मन में शांति का भाव रखें।
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श्रद्धापूर्वक “राम नाम सत्य है” कहें और मन ही मन दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें।
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“ॐ नमो नारायणाय” या “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का तीन बार जाप करें — यह मन को स्थिर और शांत करता है।
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चाहें तो कुछ कदम अर्थी के साथ चल सकते हैं — इसे शुभ माना गया है। (Shakun Shastra)
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अर्थी देखना आत्मचिंतन का अवसर है
शास्त्रों में अर्थी या शवयात्रा देखना डर का नहीं बल्कि आत्मचिंतन का अवसर माना गया है। यह दृश्य मनुष्य को जीवन की नश्वरता का एहसास कराता है और यह प्रेरणा देता है कि—
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सत्य बोलें
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अच्छे कर्म करें
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और दूसरों की सहायता करें
ऐसा भी माना जाता है कि जब आप शव या अर्थी देखते हैं, तो वह व्यक्ति अपने साथ आपके दुख और कष्ट भी ले जाता है। यह दृश्य वास्तव में जीवन की सच्चाई और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।















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