कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा 2025 के लिए कई बड़े सुधारों की घोषणा की है। यह परीक्षा सितंबर 2025 में आयोजित होगी।
क्यों किए गए बदलाव?
SSC चेयरमैन एस गोपालकृष्णन ने बताया कि पिछले वर्षों में परीक्षार्थियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इनमें शामिल हैं:
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कंप्यूटर की तकनीकी खराबी
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खराब डिवाइस और लैगिंग सिस्टम
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आधार वेरीफिकेशन में देरी
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घर से बहुत दूर एग्जाम सेंटर मिलना
एक ही शिफ्ट में होगी CGL परीक्षा
अब पूरे देश में CGL परीक्षा एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। इससे सभी उम्मीदवारों को एक जैसा पेपर मिलेगा और अलग-अलग शिफ्ट के कारण होने वाली असमानता दूर होगी।
नज़दीकी सेंटर का फायदा
SSC ने घोषणा की है कि अब उम्मीदवारों को 100 किलोमीटर के दायरे में एग्जाम सेंटर दिया जाएगा।
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अभी 80% परीक्षार्थियों को नज़दीकी सेंटर मिलते हैं।
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2025 से यह संख्या बढ़कर 90% से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है।
आधार वेरीफिकेशन अब अनिवार्य
सभी अभ्यर्थियों के लिए अब आधार कार्ड वेरीफिकेशन जरूरी होगा। इससे पहचान की प्रक्रिया तेज़ होगी और गड़बड़ियों की संभावना कम होगी।
परीक्षा प्रबंधन में बड़े सुधार
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चार अलग-अलग एजेंसियों को जिम्मेदारी दी गई है: एग्जाम सेंटर, सुरक्षा, ऑनलाइन आवेदन और प्रश्नपत्र तैयार करना।
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SSC खुद क्वेश्चन पेपर की निगरानी करेगा ताकि गुणवत्ता और पारदर्शिता बनी रहे।
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पेपर की कठिनाई में फर्क होने पर शिफ्ट-वाइज नॉर्मलाइजेशन लागू किया जाएगा।
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पेन-पेपर मोड नहीं होगा वापस
SSC चेयरमैन ने साफ किया कि कंप्यूटर-बेस्ड टेस्ट (CBT) ही जारी रहेगा। इसका कारण है:
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बेहतर सुरक्षा
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तेज़ और पारदर्शी रिजल्ट
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देशभर में करोड़ों छात्रों के लिए एकसमान परीक्षा प्रक्रिया
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